वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2025: हाई बीपी बना भारत का साइलेंट किलर

🌍 वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2025: आपके लिए क्यों है ये दिन अहम?

हर साल 17 मई को मनाया जाने वाला World Hypertension Day एक याद दिलाने वाला मौका है कि हम अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें, खासकर उस खतरे पर जो चुपचाप शरीर को अंदर से तोड़ता है—हाई ब्लड प्रेशर।

इस साल की थीम है:
“Measure Your Blood Pressure Accurately, Control It, Live Longer”
यानी – अपने बीपी को सही तरीके से मापें, इसे नियंत्रित करें और लंबा जीवन जिएं।

आज के तनाव भरे दौर में जब भारत में हाई बीपी एक आम समस्या बन चुकी है, ऐसे में यह दिन सिर्फ जागरूकता के लिए नहीं बल्कि जीवनशैली में बदलाव लाने का संकल्प लेने का भी अवसर है।


📊 भारत में हाई बीपी के चौंकाने वाले आंकड़े

  • हर 3 में से 2 भारतीय प्री-हाइपरटेंसिव हैं यानी उन्हें हाइपरटेंशन होने की पूरी संभावना है।

  • मुंबई में हाइपरटेंशन की दर 26% तक पहुंच गई है।

  • एक अध्ययन के अनुसार, 20% से 45% विवाहित जोड़ों को एक साथ हाई बीपी है—एक जैसा खानपान और तनावपूर्ण जीवनशैली इसकी वजह हो सकती है।


😰 हाई बीपी: क्यों है ये ‘साइलेंट किलर’?

दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अश्विनी मेहता कहते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर को ‘साइलेंट किलर’ कहना बिलकुल सही है क्योंकि:

  • यह आमतौर पर बिना लक्षण के होता है।

  • लेकिन यह धीरे-धीरे दिल के दौरे (Heart Attack), स्ट्रोक (Stroke), किडनी फेल्योर जैसी गंभीर बीमारियों को जन्म देता है।

  • समय पर इलाज न हो तो जानलेवा साबित हो सकता है।


⚠️ हाई बीपी के छिपे कारण: क्या आप जानते हैं PA के बारे में?

प्राइमरी एल्डोस्टेरोनिज्म (Primary Aldosteronism) एक हार्मोनल डिसऑर्डर है जिसमें शरीर अधिक मात्रा में एल्डोस्टेरोन बनाता है। इससे:

  • शरीर में नमक की मात्रा बढ़ती है

  • पोटैशियम की कमी हो जाती है

  • और ब्लड प्रेशर बढ़ता है

मुंबई के KEM अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, 8-10% हाई बीपी मरीजों में PA की पुष्टि हुई है।


⚡ हाई ब्लड प्रेशर के प्रमुख कारण (Risk Factors)

👉 अधिक नमक का सेवन
👉 तनाव और चिंता
👉 शारीरिक निष्क्रियता
👉 मोटापा और असंतुलित जीवनशैली
👉 परिवार में हाइपरटेंशन का इतिहास


✅ हाई बीपी से बचाव के आसान और असरदार उपाय

1. नियमित ब्लड प्रेशर मापें:

  • हफ्ते में कम से कम 3 बार BP जरूर चेक करें।

2. संतुलित आहार अपनाएं:

  • फल, हरी सब्जियां, कम नमक, और फाइबर से भरपूर खाना खाएं।

  • प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड से दूरी बनाएं।

3. शारीरिक सक्रियता बढ़ाएं:

  • रोजाना 30 मिनट की वॉक या योग करें।

4. तनाव प्रबंधन सीखें:

  • मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग, म्यूजिक थेरेपी आजमाएं।

5. डॉक्टर की सलाह लें और दवाएं समय पर लें।


👨‍⚕️ विशेषज्ञ की राय

डॉ. अश्विनी मेहता कहते हैं,

“आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम हाई बीपी को हल्के में लेते हैं, जबकि यह आपकी जिंदगी को धीरे-धीरे खत्म कर सकता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि इसे समय रहते रोका जा सकता है—बस आपको थोड़ा सजग और अनुशासित होना होगा।”


🎯 निष्कर्ष: आज नहीं तो कब?

World Hypertension Day एक अलार्म है—खुद को समय देने का, अपनी सेहत को प्राथमिकता देने का। अगर अभी नहीं चेते तो बाद में पछताना पड़ सकता है।

याद रखें:
सही मापें → सही इलाज करें → लंबा और स्वस्थ जीवन जिएं।


📌 इससे जुड़े कुछ सवाल-जवाब (FAQs)

Q1. हाई ब्लड प्रेशर की सामान्य सीमा क्या होती है?
👉 सामान्य BP 120/80 mmHg तक होता है।

Q2. क्या हाई बीपी को सिर्फ दवाइयों से कंट्रोल किया जा सकता है?
👉 नहीं, लाइफस्टाइल बदलाव, डाइट और व्यायाम भी बेहद जरूरी हैं।

Q3. क्या युवा भी हाई बीपी का शिकार हो सकते हैं?
👉 हां, खासकर स्ट्रेस, खराब डाइट और नींद की कमी के चलते।


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